देहरादून।
नशा मुक्ति केन्द्रों की लापरवाई जगजाहिर हो गई है।बार बार नशेड़ी नशा मुक्ति केन्द्रों से फरार हो रहे हैं।
नशा मुक्ति केन्द्रों की सुरक्षा भगवान भरोंसे नजर आने लगी है।
क्लेमेंट टाउन के एक नशा मुक्ति केंद्र से भागी हुई तीन लड़कियों का मामला अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि अब बसंत बिहार के एक नशा मुक्ति केंद्र से आज 12 लड़के खिड़की तोड़कर फरार हो गए हैं।
1 महीने के बीच नशा मुक्ति केंद्रों से इलाज कराने वालों की फरारी से साफ हो गया है कि नशा मुक्ति केंद्रों में इलाज के नाम पर कुछ और ही चल रहा है जिस कारण वहां से नशे से ग्रस्त मरीज भागने को मजबूर हो रहे हैं।
देहरादून पुलिस ने हालांकि नशा मुक्ति केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई को कमर कस ली है और नई गाइडलाइन जारी कर दी है जिसके तहत उन्हें मानक पूरे करने पर ही नशा मुक्ति केंद्र चलाने की अनुमति है।
इसके बावजूद आज रक्षाबंधन के दिन बसंत विहार के जीवन परिवर्तन नाम के नशा मुक्ति केंद्र से 12 लड़कों के खिड़की तोड़कर फरार हो जाने की घटना अपने आप में बहुत बड़ी है और नशा मुक्ति केंद्रों के साथ-साथ पुलिस पर भी सवालिया निशान लगाती है की पहले की घटना होने के बाद बाकी के नशा मुक्ति केंद्रों पर सख्ती से कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?
पुलिस के मुताबिक थाना वसंत विहार क्षेत्र अंतर्गत स्थित जीवन परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र इंजीनियर एनक्लेव फेस 2 देहरादून में इलाज करा रहे 12 लड़के खिड़की तोड़कर दोपहर में भाग गए।
पुलिस केे अनुसार जीवन परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र इंजीनियर एनक्लेव फेस 2 देहरादून से खिड़की तोड़कर भागे 12 लड़कों के संबंध में सभी संबंधित थाने/चौकी क्षेत्रों में तलाश जारी है।