*राठ महाविद्यालय में राष्ट्रीय संगोष्ठी में पढ़े गए 52 शोध पत्र*
” *नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 पर आयोजित हुआ एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार”*
*पैठाणी* । नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लेकर राठ महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी गढ़वाल में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें वक्ताओं नें नई राष्ट्रीय नीति-2020 को बदलते युग के अनुरूप उपयोगी बताया। महाविद्यालय के संस्थापक व पूर्व विधायक श्री गणेश गोदियाल नें कहा की शिक्षा किसी भी समाज तक ऊँचा उठानें का सबसे बड़ा माध्यम है। उन्हीने कहा की शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति को हर तरह के भेदभाव से मुक्ति दिलानी है । प्रथम सत्र की मुख्य वक्ता गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के शिक्षा संकाय की डीन प्रो0 रमा मैखुरी ने कहा की नई शिक्षा नीति का एक ही उद्देश्य “अच्छे मानवों” को गढ़ना है। उसके भीतर मानवीयता और नैतिकता विकास करना है । उन्होंने कहा अगर इस “नीति” का सही में क्रियान्वयन हो तो देश में फल फूल रहे कोचिंग सस्थान बंद हो जाएंगे। अपनें विस्तार पूर्ण व्याख्यान में प्रो0 रमा मैखुरी नें सभी प्रतिभागियों के सवालों का भी समाधान किया।
द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे पौड़ी परिसर के प्रो0 अनूप डोबरियाल नें भी नई शिक्षा नीति- 2020 पर विस्तार से अपनी बात रखी उहोंने कहा की क्रेडिट बेस नई शिक्षा के अन्तर्गत विद्यार्थी के बहुमुखी विकास के लिये सही प्लेटफार्म उपलब्ध कराता हैं । उन्होंने बच्चे से लेकर रिसर्च तक सभी टेक्निकल स्टेप को बारीकी से समझाया । पौड़ी परिसर के डॉ0 शिव कुमार भारद्वाज नें भी नई शिक्षा नीति को रचनात्मक और उत्साह जनक बताया।
संगोष्ठी की शुरुवात मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया । प्राचार्य डॉ0 जितेन्द्र कुमार नेगी नें सभी अतिथि वक्ताओं का स्वागत आभार व्यक्त किया । संगोष्ठी सचिव डॉ0 प्रवेश कुमार मिश्र नें संगोष्ठी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला । संगोष्टी के बीच में बी0एड विभाग के असि0प्रो0 डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह द्वारा लिखित पुस्तक “ए सलेक्शन फ्रॉम इंग्लिश प्रोज” का विमोचन किया गया । डॉ0 सिंह नें बताया की एन0ई0पी0 के अनुकूल लिखी गई यह पुस्तक बी0ए प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिये लिखी गईं । संगोष्ठी में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, तीनों विभागों के सभी छात्र-छात्राओं व विभिन्न शैक्षिक संस्थानों से पहुचे शोधार्थियों ,प्राध्यापकों नें अपनी उपस्थिति दी।
संगोष्ठी का संचालन असि0प्रोफ़े0 श्री अरविन्द कुमार एवम श्री राम सिंह नेगी नें किया ।