राठ महाविद्यालय पैठाणी के आई0क्यु0ए0सी0 ने आयोजित की थी, एक दिवसीय व्याख्यान माला

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डाॅ0 देव कृष्ण थपलियाल

 

*गांधी दर्शन आज भी प्रासंगिक : यू0 सी0 वशिष्ठ*

राठ महाविद्यालय पैठाणी के आई0क्यु0ए0सी0 ने आयोजित की थी, एक दिवसीय व्याख्यान माला

पैठाणी I राठ महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी में 2 अक्टूबर “गांधी जयन्ती” के अवसर पर एक दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन किया गया, महाविद्यालय के आई0क्यू0ए0सी0 द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के पहले सत्र के मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष,व डीन जाने-माने गांधीवादी शिक्षाविद प्रोफेसर उमेश चंद्र वसिष्ठ थे I अपने विस्तृत व्याख्यान में उन्होंने गांधी दर्शन को विस्तार से समझाया, उन्होंने कहा कि गांधीजी ने जीवन के हर पहलू को छुने का प्रयास किया, मानवता को वे अपना सबसे बड़ा धर्म मानते थे, सत्य और अहिंसा के प्रति उनकी बड़ी आस्था थी, परिश्रम को वे शरीर और मन के लिए जरूरी मानते थे, आज की शिक्षा पर कटाक्ष करते हुये उन्होंने कहा कि ये केवल बेकार लोगों की फौज तैयार करने का काम करती है, आज का शिक्षित युवा बेकार लोगों का एक हिस्सा है, जबकि गांधीजी ने शिक्षा को मनोविकारों को दूर करने का उपाय माना था, गांधी दर्शन पर अपने लंबे व्याख्यान में उन्होंने गांधी जी के हर पक्ष को छुने का प्रयास किया, छात्र- छात्राओं ने भी अपनी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए उनसे अनेक सवाल किए, जिनका समाधान प्रोफेसर यू0 सी0 वसिष्ठ ने बड़े धैर्यपूर्वक किया I इससे पूर्व महाविद्यालय के शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 प्रवेश कुमार मिश्रा ने महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए, डाॅ0 अखिलेश कुमार सिंह ने प्रोफेसर यू0सी0 वसिष्ठ की शैक्षणिक व शिक्षा के क्षेत्र मे कि उपलब्धियौ का व्याख्यान प्रस्तुत किया, डॉ0 प्रवेश कुमार मिश्रा ने महाविद्यालय की ओर से उनका स्वागत किया तथा डॉ0 अरविन्द कुमार ने सत्र के मुख्य वक्ता सहित सभी सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया I
दूसरे सत्र में एस0एन0 सेन बी0वी0 पी0जी0 कोलेज कानपुर की प्राध्यापिका डॉ0 प्रीति पाण्डेय थी, मैडम डॉ0 प्रीति ने मस्तिष्क के विकास में शरीर की स्वस्थता की अनिवार्यता पर जोर दिया, गांधी के दर्शनं के महत्तवपूर्ण निर्देशों की चर्चा करते हुये उपवास और उनके अन्य माध्यमों को शरीर की निरोगी काया के उपयोगी बताया I इस सत्र में भी छात्र – छात्राओं ने अपनी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए मैडम से अनेक सवाल किए, जिसका समाधान उन्हें मौके पर ही मिल गया I

डॉ0 राम सिंह नेगी ने मैडम डॉ0 प्रीति पांडे की शैक्षणिक उपलब्धियों से अवगत कराया, तो कार्यक्रम का संचालन डॉ0 राजीव दुबे ने किया, डॉ0 अरविंद कुमार ने उपस्थिति सभी लोगों का धन्यवाद आभार ज्ञापित किया, अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 जितेंद्र कुमार नेगी ने भी अपने विचार प्रकट किए, दोनों सत्रों में छात्राओं ने व्याख्यानों के सारांश भी प्रस्तुत किए, कु0 स्वेच्छा बमराडा ने प्रथम सत्र तथा कु0 दीपा कोश्यारी ने द्वितीय सत्र का सारांश रखा I
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ0 श्याम मोहन सिंह, डॉ0 राजकुमार पाल की महत्तवपूर्ण भूमिका रही I

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