संयुक्त नागरिक संगठन द्वारा भारत के प्रथम प्रधानमत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू यानी चाचा नेहरू के जन्मदिन व बालदिवस पर उनको स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
सुशील त्यागी व कर्नल बी एम थापा ने कहा कि विश्वशांति के अग्रदूत,पंचशील सिद्धांतो के पुजारी, गुटनिरपेक्ष आंदोलन के जन्मदाता, आधुनिक भारत के निर्माणकर्ता,आजादी के आंदोलन के नेता प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। सुशीला बलूनी ने कहा कि आजादी हमे भीख मे नही मिली थी।इसके लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों,आजाद हिदं फौज ने अपनी कुर्बानियां दी थी।इसका एहसास आजादी के बाद पैदा नयी पीढी को होना मुश्किल है जिन्होने गुलामी देखी ही नही। नेहरू जी सभी धर्मो मे साम्प्रदायिक सौहार्द,पारस्परिक सद्भाव,एक जुटता,देश प्रेम की भावनात्मक मजबूती के कायल थे।हम सब का फर्ज है की इस सोच को और मजबूत बनाये।यही नैहरू जी को श्रदधाजंली होगी।यह आज के हालात की बुनियादी जरूरत भी है।नेहरू जयन्ती पर नैहरू संग्रहालय मे संयुक्तनागरिक संगठन की ओर, से आयोजित पुष्पजली कार्यक्रम मे उपरोक्त विचार वकताओ ने व्यक्त किए। संचालन सुशील त्यागी ने किया। इस अवसर पर किरण राणा, सुमन सिंह भंडारी कमल सिंह गुसाई विनोद असवाल प्रभात डंडरियाल, पूर्ण सिंह लिंगवाल रामलाल खण्डूरी, शहर काजी,गुरमीत सिंह, फादर जेपी सिंह,सुशीला बलूनी लेफ्टिनेंट कर्नल बी एम थापा, राजेंद्र कैंतूरा, रवि सिंह नेगी, मुकेश नारायण शर्मा, जितेंद्र डडोना, राज गीता शर्मा, अनीता नेगी, सुशील त्यागी, सत्य प्रकाश चौहान, डॉ मुकुल शर्मा, रवि सिंह नेगी एसएस खेरा, डॉ एसके गोविंद, राज गीता शर्मा आशीष नौटियाल, जी एस गंभीर , डॉ. मुनीराम सकलानी, विजय राज,आशा मनोरमा शर्मा,आदि संग्राम सेनानी परिवारों के परिजन राज्य आंदोलनकारी, संकल्प संस्था, क्षत्रिय महासभा,पूर्व सैनिक संगठन सहित अनेक सामाजिक संगठनों के गणमान्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।