कट्टर हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने वाले स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि उनकी हत्या हो सकती है,यदि ऐसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी रेडिकल इस्लामिक कट्टरपंथियों की होगी।
स्वामी दर्शन भारती ने कुछ दिन पहले ही एक पत्र एसएसपी देहरादून को भी दिया है।
उन्होंने कहा कि शांत व हिमालयी राज्य उत्तराखंड में बढ़ता इस्लामीकरण देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा उत्तराखंड देवभूमि होने के साथ ही यह सामरिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील राज्य है। यहां के भविष्य आध्यात्मिक महत्व के कारण ही आद्य गुरु शंकराचार्य ने यहां पर चार धामों की स्थापना की थी। देवभूमि उत्तराखंड पूरे देश की आस्था और पवित्रता की प्रतीक मां गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गमस्थल है। यह हिंदुओं की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक राज्य है। इस्लाम के प्रसार में देवभूमि हमेशा से ही बाधक रही है। इस्लाम धर्म के कई क्रूर आक्रांताओं ने देवभूमि की ओर कूच किया पर वो अपने गंदे इरादों में सफल नहीं हो पाए। हिंदुत्व और सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने में देवभूमि उत्तराखंड का अहम योगदान रहा है। यह बात इस्लाम के पैरोकारों को अच्छे से पता है। हिंदुत्व के इस ताने बाने को तोड़ने के लिए अब इस्लाम के आकाओं ने विशेष रणनीति के तहत उत्तराखंड को छिन्न भिन्न करने का प्रयास कर रहे हैं। इस्लाम धर्म के प्रसार में लगे कई देशों की राह में उत्तराखंड बाधक बनता रहा है। यही कारण है कि अब इन देशों ने उत्तराखंड में इस्लाम के प्रसार का कुचक्र रचना शुरू कर दिया है। पिछले एक दशक से ज्यादा समय से इस्लामी देशों के निर्देश पर यह उत्तराखंड में अपनी जड़े जमाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए वो गढ़वाल और कुमाऊं के वीरान पड़े गांवों में न केवल तेजी से बसाहट कर रहे हैं बल्कि यहां की आर्थिक गतिविधियों पर विशेष षंड्यंत्र के तहत कब्जा कर रहे हैं। इस्लाम के पैरोकार अपने आकाओं के निर्देश पर एक साथ कई एजेंडे पर काम कर रहे हैं। एक ओर जहां वो पहाड़ पर वीरान पड़ी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, औने पौने दामों पर खऱीद रहे हैं, तो दूसरी ओर यहां तेजी से व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कब्जा कर रहे हैं, वहीं दूसरे एजेंडे के तहत लव जिहाद के जरिए हिंदुओं के घऱों की बहू-बेटियों को बरगला रहे हैं। ये फेरी बाले बनकर, ब्यूटी पार्लर संचालक बनकर या जिम संचालक बनकर हिंदूओं के घऱों की लड़कियों व महिलाओं को अपने झूठे प्रेमजाल में पहले फंसाते हैं, फिर उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं। सुंदर और कम उम्र की लड़कियों को तो सऊदी या मुस्लिम देशों में बेच देते हैं। इससे प्रतिष्ठित हिंदू समाज के लोग के सामाजिक ताने बाने को बड़ी चोट पहुंचती है, वहीं दूसरी ओर नशा जिहाद के तहत स्कूल में पढ़ने वाले मेधावी लड़कों को नशे की गिरफ्त में धकेल देते हैं। नशे की लत लगने पर ये लड़कों से कई गैरकानूनी कार्य करवाते हैं। इससे उनके माता पिता की सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होती है।
देवभूमि उत्तराखंड हिंदुस्तान के लिए आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ ही यह सामारिक दृष्टिकोण से भी बेहद संवेदनशील है। प्रदेश के कई जिलों की सीमाएं पड़ोसी देश चीन से जुड़ी है। चीन की भारत की ओर दशकों से कुदृष्टि है। चीन विश्वपटल पर भारत को एक बड़े प्रतिद्वंदी के तौर पर देखता है। इस समय चीन जिस तरह से पाकिस्तान की मदद कर रहा है वह भी किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में समय आने पर उत्तराखंड में तेजी से बढ़ते मुस्लिम भारत की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा साबित होंगे इसमें कोई संदेह नहीं है। इसके अलावा टिहरी बांध जैसी एक संवेदनशील परियोजना भी उत्तराखंड में है। अगर टिहरी बांध को कुछ होता है तो इससे बिना किसी हथियार के दिल्ली तक के एक बड़े भूभाग को प्रभावित किया जा सकता है। अतः उत्तराखंड में मुस्लिमों की तेजी से बढ़ती जनसंख्या यहां धार्मिक और सामाजिक रूप के साथ ही सामारिक रूप से भी अत्यंत संवेदनशील है। सरकारों को इस दिशा में गंभीरता से विचार करना होगा।
उत्तराखंड रक्षा अभियान के संरक्षक स्वामी दर्शन भारती के कारण सऊदी अरब में बैठे वहाबी और सलाफी कट्टरपंथियों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। स्वामी दर्शन भारती के प्रयासों के कारण उत्तराखंड का एक बड़ा वर्ग अब मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ खड़ा हो रहा है। जिससे परेशान मुस्लिम कट्टरपंथियों ने अब रेडिकल इस्लाम के स्पीलर सेल के जरिए स्वामी दर्शन भारती के खिलाफ एक बड़ी साजिश रच रहे हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो एक दुर्दांत मौलवी को भला क्या जरूरत पड़ती की वह स्वामी दर्शन भारती का सर कलम करने वाले को एक करोड़ इनाम देगा। इससे स्पष्ट है कि रेडिकल इस्लाम के स्लीपर सेल के जरिए प्रदेश और देश में धार्मिक उन्माद फैलाने का दुस्साहस किया जा रहा है।
स्वामी दर्शन भारती ने उत्तराखंड सरकार से ऐसे कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए कहा कि योगी पुलिस ने कुछ घंटों में ही इस रेडिकल कट्टरपंथी को जेल की सलाखों पर डाला यह हिंदुत्व की रक्षा के लिए बड़ा कदम है।
उत्तराखंड रक्षा अभियान के संरक्षक स्वामी दर्शन भारती ने प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मांग की अब समय आ गया है जब पहाड़ में तेजी से फैल रहे मुस्लिमों को रोकना होगा। इसके लिए तीरथ सरकार को हिमाचल प्रदेश जैसा कड़ा कानून बनाया जाना चाहिए। इसके अलावा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर लव जिहाद के लिए खिलाफ सख्त कानून बनाना चाहिए। जिसकी सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट पर हो। ऐसे कड़े कानून लाकर ही हम अपनी बहन बेटियों को इनके कसाई खाने से कटने से बचा सकते हैं।
उत्तराखंड रक्षा अभियान के संरक्षक स्वामी दर्शन भारती ने प्रदेश के नौजवानों को राजनीति से ऊपर उठकर के अपने पूर्वजों की धरोहर को सुरक्षित रखने के लिए बाहरी बाहरी जिहादियों को उत्तराखंड मैं रोकने के लिए आगे आने की अपील की। साथ ही हमारा पूरा व्यापार इनके हाथों में न चला जाए इसके लिए एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इनको मुस्लिम देशों से बड़ी फंडिंग होती है ऐसे में इनके व्यापार पर लगाम लगाने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा।
उत्तराखंड रक्षा अभियान के संरक्षक स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि आज कई मुस्लिम कट्टरपंथी उनके खून के प्यासे बनकर घूम रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर मेरे जीवन में मेरी कभी कोई हत्या होती है तो उसके हत्या की जिम्मेदारी रेडिकल इस्लामिक कट्टरपंथियों की होगी। इसमें एक व्यक्ति नहीं बड़ी संख्या में लोग हैं जो नहीं चाहते कि उत्तराखंड का हिंदू जागे और अपनी बहन बेटियों की रक्षा के लिए आगे आए।