गणेश सिंह रावल
रूद्रपुर।
अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे ऑन्दोलनकारियों पर मुकदमा दर्ज करने से गुस्साए राज्य निर्माण आंदोलनकारियों ने सरकार का पुतला फूंकने के लिए कमर कस ली है।
चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप और समिति के केंद्रीय अभियान समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट ने आज पत्रकारों से बात करते हुए ऐलान किया है कि 14 जुलाई को देहरादून के राज भवन पर आंदोलनकारियों द्वारा किए गए राजभवन घेराव को लेकर, राज्य सरकार द्वारा आंदोलनकारियों पर किए गए मुकदमों के विरोध में राज्य भर के तमाम उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी,राज्य के सभी 13 जिलों में उत्तराखंड सरकार का पुतला जलाएंगे।
धीरेंद्र प्रताप और अवतार सिंह बिष्ट ने कहा की उत्तराखंड का गठन राज्य आंदोलनकारियों की बदौलत हुआ है यह बड़े खेद का विषय है कि राज्य सरकार ने विपक्षी दलों को तो निशाना बनाया हुआ है अब राज्य आंदोलनकारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
अवतार सिंह बिष्ट ने कहा सरकार को चाहिए तो यह था कि वह राज्य आंदोलनकारियों के 10% आरक्षण को लागू करती,राज्य आंदोलनकारियों और उनके परिजनों को उचित पेंशन देती, परंतु इसकी बजाय उन पर मुकदमे लगाए जा रहे हैं। धीरेंद्र प्रताप और अवतार सिंह बिष्ट ने कहा आंदोलनकारी इस मामले पर चुप नहीं बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है और उनका रुख सकारात्मक है। परंतु त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत की तर्ज पर विपक्षी दलों और गांधीवादी आंदोलनकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाना और भाजपा की रैली में भारी भीड़ को कोविड मुकदमों से बचाए रखना एक तरह से” दोहरा मापदंड ” है जिसका आंदोलनकारी कड़ा विरोध करेंगे ।उन्होंने कहा आज राज्य आंदोलनकारियों की देहरादून शहीद स्मारक पर बैठक हो रही है जिसमें वह भाग लेने जाएंगे और उनकी देखरेख में ही राज्य सरकार का पहला पुतला कल देहरादून में दहन किया जाएगा।