*काशीपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण पर पहुंची आप नेता आतिशी,कहा ऐसी बदहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए सरकार जिम्मेदार: आप*
काशीपुर
काशीपुर पहुंची आप नेत्री आतिशी,ने काशीपुर में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय भोगपुर काशीपुर का देर शाम अचानक दौरा किया। जहां पहुंचते ही उनकी नजर जर्जर हो चुके सरकार स्कूल के भवन पर पडी। जर्जर हो चुके इस स्कूल की इमारत के इतने बुरे हाल थे कि यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा बच्चों के साथ घटित हो सकता है। आतिशी ने यहां स्थानीय लोगों से बातचीत की तो उन्हे मालूम चला कि इस जर्जर विद्यालय में आज भी बच्चे पढने आते हैं। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि कई दफा जिला प्रशासन से शिकायत करने पर भी स्कूल की हालत नहीं सुधरी है।
आतिशी ने बताया कि इस स्कूल की स्थिति हैरान करने वाली है। यहां की खिडकी में शीशे टूटे हुए हैं। बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। पूरी बिल्डिंग में कहीं भी शीशे नहीं हैं। खिडकियों में जाले लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड राज्य का आंदोलन लडा गया तो शिक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा था लेकिन आज 21 साल बाद यहां के बदहाल स्कूलों ने यहां की सरकारों की पोल खोल कर रख दी है। सरकार को शर्म आनी चाहिए। पहले अलग राज्य का एक मुद्दा होता था लेकिन आज अपना राज्य होने के बावजूद सरकारों ने इस प्रदेश के स्कूलों का बेडागर्क कर दिया । वीआईपी के बच्चे प्राईवेट स्कूलों में पढते हैं। लेकिन गरीब के बच्चों को खंडहर में पढने के लिए मजबूर होना पड रहा है।
उन्होंने कहा कि से बहुत दुखद है कि उत्तराखंड में सरकारी सकूलों का इतना बुरा हाल है। स्कूल का फर्श टूटा हुआ है लेकिन इस ठंड में बच्चों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए कुछ नहीं है। पीने के पानी के लिए बच्चों को तरसना पडता है। इस राज्य के लिए कई लोगों ने संघर्ष किया लेकिन यहां के बच्चे आज सरकारी खंडहरों में पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल पूरा गंदगी से भरा हुआ है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में भी सरकारी स्कूलों के यही हालात थे। आज इस स्कूल का एक कमरा जो ठीक है वो स्थानीय लोगों ने ही ठीक करवाया है।
उन्होंने कहा कि अब लोग समझ चुके हैं कि अगर सरकारी स्कूल में बच्चों को पढाना है तो खुद से ही सारे इंतजाम करने होंगे। उन्होंने कहा कि इस बदहाली के लिए सरकार पूरी तरह दोषी है। चाहे बीजेपी रही हो या कांग्रेस दोनों ने प्रदेश के स्कूलों की अनदेखी की है। सरकारी स्कूल गरीब के बच्चों के लिए हैं इसलिए सरकार ने इन स्कूलों के बारे मे नहीं सोचा। आम लोगों के लिए यह स्कूल मजबूरी हैं। इसका मतजब जो गरीब है क्या उसके बच्चों को शिक्षा का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। इन दोनों दलों ने प्रदेश को लूटने और बर्बाद करने का काम किया है इसलिए अब जनता बदलाव चाहती है और आने वाली सरकार आप पार्टी की ही बनेगी।