देहरादून। उत्तराखंड काँग्रेस पार्टी ने अपने दो नेताओं पर अनुशासन का चाबुक चलाया है।
कांग्रेस कमेटी ने पी.के.अग्रवाल तथा लक्ष्मी अग्रवाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अग्रवाल दंपति जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने एक प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष नवप्रभात ने पी.के. अग्रवाल एवं लक्ष्मी अग्रवाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों तथा केन्द्रीय नेतृत्व के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी के चलते उनके वर्तमान पदों से मुक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा पी.के. अग्रवाल एवं लक्ष्मी अग्रवाल ने 26 जनवरी जैसे महत्वपूर्ण पर्व एवं दिनाक 4 फनवरी को जिला कांग्रेस कमेटी पछवादून की महत्वपूर्ण बैठक के अवसर पर भी कार्यक्रम में शामिल होने से दूरी बनाये रखी तथा दिनांक 28 जनवरी, 2024 को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के सम्मेलन के दौरान केन्द्रीय नेतृत्व से अभद्रता की, जिसे पार्टी नेतृत्व ने गम्भीरता से लिया तथा अनुशासनहीनता मानते हुए दोनों नेताओं को उनके पदों से मुक्त करते हुए पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया है।
शीशपाल बिष्ट ने कहा कांग्रेस पार्टी एक अनुशासित संगठन है तथा इसमें यदि अनुशासनहीनता होती है तो उसे कतई बर्दास्त नहीं किया जायेगा तथा जो भी पार्टी अनुशासन की लाईन पार करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।