कोरोना महामारी,कमरतोड़ महंगाई के बाद अब पेट्रोल में मिलावट का कहर

0
203

कोरोना महामारी,आवश्यक वस्तुओं की मंहगाई के बाद अब मिलावट का कहर
———————————————————————-
देहरादून।
खाद्य पदार्थों में मिलावट,मंहगाई से आम आदमी परेशान ही था कि
वैश्विक महामारी कोरोना ने उसके जीवन को दहशतमय बना दिया और अब कोढ़ में खाज ये कि पेट्रोलियम पदार्थों में मिलावट से उसके वाहनों की सेहत भी खराब हो रही है।
पेट्रोलियम पदार्थों में मिलावट से वाहनों में खराबी आ रही है,जिसका खामियाजा भी आद आदमी को भुगतान पड़ रहा है।
पेट्रोल पंप में पेट्रोल में एथेनाल की मिलावट होती है जिसका नुकसान भी होता है। जब भी हम गाड़ी में पेट्रोल भरवाते हैं तो इसमें 10 फीसदी एथेनाल होता है जो पेट्रोल पंप की ओर से मिलाया जाता है। माना जा रहा है कि इस एथेनाल से वाहन के इंजन पर असर पड़ सकता है।
जब भी पेट्रोल पंप से गाड़ी में पेट्रोल डलवाते हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि गाड़ी में 100 फीसदी शुद्व पेट्रोल डला है। इस पेट्रोल में खास तरह का एक पदार्थ भी मिलाया जाता है। खास बात ये है कि ये खास पदार्थ वाहन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि यह पेट्रोल पंप अपनी मर्जी से नहीं कर रहे हैं बल्कि सरकार की पालिसी की वजह से ऐसा किया जा रहा है।
पेट्रोल पंप फ्रयूल में क्या मिला रहे हैं और यह गाड़ी को किस तरह से नुकसान पहुंचा रहा है। दरअसल भारत सरकार ने पूरे देशभर में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनाल मिलने की इजाजत पेट्रोल कंपनियों को दे दी है। अब इससे बारिश के मौसम में गाड़ी मालिकों को दिक्कत हो रही है और पेट्रोल पंप मालिक भी इस फैसले से परेशान है। पेट्रोल पंप डीलर्स का मानना है कि ज्यादातर लोगों को पता नहीं है कि पेट्रोल में एथेनाल मिलाया जा रहा है। इससे गाड़ी में दिक्कत आने पर लोग पेट्रोल पंप मालिकों के खिलाफ शिकायत करते हैं।
पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनाल मिलाने की सरकार की पालिसी है। इस वजह से पेट्रोल में यह मिलाया जाता है। अब इस मात्रा को 10 फीसदी से 20 फीसदी तक बढ़ाए जाने पर बात की जा रही है और सरकार एथेनाल पर खास ध्यान दे रही हैं रिपोर्ट्स के अनुसार जब पेट्रोल में एथेनाल मिला होता है और उस पेट्रोल में अगर पानी चला जाता है या यह पानी के संपर्क में आ जाता है तो सारा एथेनाल पानी बन जाता है। जो वाहन के इंजन को प्रभावित कर सकता हैं।
अब कई पेट्रोल पंप पर ऐसी शिकायत लेकर ग्राहक आ रहे हैं और पेट्रोल पंप पर आरोप लगा रहे हैं। हालांकि पेट्रोल पंपों की ओर से सरकार की नीति के बाद ऐसा किया जा रहा है। ऐसे में सरकार या पेट्रोल कंपनियों को इसका प्रचार करना चाहिए कि पेट्रोल में एथेनाल भी है और लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए कि ऐसे में गाड़ी की टंकी की किस तरह सुरक्षा करनी चाहिए।
बारिश के मौसम या कभी गाड़ी धोते समय पेट्रोल की टंकी में हल्का पानी चला जाए तो लोगों को मुश्किल हो सकती है। ऐसे में लोगों को इस वक्त अपनी गाड़ी के पेट्रोल टैंक का खास ध्यान रखना चाहिए। बताया जा रहा है कि पेट्रोल में एथेनाल मिलाने के पीछे सरकार का मकसद पेट्रोल के आयात को कम करना है लेकिन इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here