देहरादून(17जुलाई2023)उत्तराखंड में हर वर्ष स्थानीय लोकप्रिय लोकपर्व हरेला का पर्व एक उत्सव रूप में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम कर मनाया जाता है।
प्रसिद्ध लोकपर्व “हरेला”पर जहां उत्तराखंड के लगभग हर वर्ग आम व खास द्वारा निजी घरों,सरकारी कार्यालयों,कार्यस्थलों,व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि जगहों पर वृक्षारोपण किया गया,वहीं इस अवसर पर इस बार सहारनपुर रोड़ स्थित पिटकुल में भी वृक्षारोपण व अन्य अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये।
लोकपर्व”हरेला”पर्व के शुभ अवसर पर पिटकुल के प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी द्वारा पिटकुल के समस्त कार्मिकों को शुभकामनाएं प्रेषित की तथा इस अवसर पर उनके तथा अन्य उच्चाधिकारियों द्वारा 132 के0वी0 उपकेन्द्र, बिन्दाल परिसर वृक्षारोपण किया गया।
पिटकुल एम0डी0 ने बताया कि हरेला का तात्पर्य हरियाली से है तथा उनके द्वारा आह्वान किया गया कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने घरों,कार्यालयों पर अथवा ईर्द-गिर्द जहाँ पर भी सम्भव हो सके पेड़-पौधे लगायें, जिससे चारों ओर हरियाली रहेगी और सभी को स्वस्थ पर्यावरण मिलेगा तथा ईद-गिर्द यदि पर्यावरण अच्छा होगा तो अवश्यमेव ही व्यक्ति स्वस्थ रहेगा। इसके साथ ही उनके द्वारा सभी कार्मिकों से अपने घरों,कार्यस्थलों पर या आस-पास पेड़ लगाने का अनुरोध किया।
लोकप्रिय लोकपर्व “हरेला” के शुभ अवसर पर प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी के साथ ही स्वतंत्र कुमार तोमर, अशोक कुमार जुयाल, जितेन्द्र चतुर्वेदी, इला चन्द, अनुपम शर्मा, पंकज कुमार, द्वारा वृक्षारोपरण किया गया तथा हरेला पर्व पर अपने विचार रखे।
प्रबन्ध निदेशक ध्यानी ने 132 के0वी0 उपकेन्द्र परिसर का निरीक्षण भी किया।
निरीक्षण के दौरान प्रबन्ध निदेशक पी सी ध्यानी ने उपकेन्द्र परिसर पर साफ-सफाई एवं उपकेन्द्र तथा यार्ड में सुरक्षा मानकों के नियमानुसार कार्यों एवं यंत्रों के उचित रख-रखाव को देखते हुये प्रसन्नता व्यक्त की।
इस अवसर पर पिटकुल के अधीक्षण अभियन्ता पंकज कुमार, उनकी पूरी टीम व सहयोगियों को प्रबन्ध निदेशक व सहयोगी कर्मचारियों ने बधाई दी।
पिटकुल का देवभूमि उत्तराखण्ड के लोकप्रिय लोकपर्व “हरेला”के रंग में सरोबार होने से आमजनमानस में चहुंओर चर्चा व सराहना हो रही है।