महिलाओं की भागीदारी से पंचायतों को मजबूती मिल रही है-डाॅ0 सुभाष चन्द्र
——————————————————————-
ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत चकराता विकास खंड के पंचायत प्रतिनिधियों का क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हो गया है। सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) राजेश नेगी ने बताया कि पंचायती राज विभाग उत्तराखंड सरकार द्वारा चकराता विकास खंड की 9 न्याय पंचायतों(न्याय पंचायत भुनाड,बृनाड/ बास्तिल, रंगेऊ,मिंडाल,दसेऊ, बैगी, भन्द्रौली, जाडी,एवं काण्डोई बोंन्दूर) में ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उनके दायित्वों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया गया, जिसमें सभी जन प्रतिनिधयों द्वारा बड़ी संख्या में उत्साह के साथ प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता पर मुख्य प्रशिक्षक डा सुभाष चन्द्र पुरोहित ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी से निश्चित भी पंचायतों को मजबूती मिल रही है। गांव के विकास में जनप्रतिनिधियों को सतत विकास लक्ष्य 2030 के 17 बिंदुओं को प्राथमिकता के साथ कार्ययोजना में शामिल करना चाहिए।साथ ही स्वच्छ भारत अभियान को साकार करने के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति2017 को गांव स्तर पर प्रमुखता से क्रियान्वयन की आवश्यकता है। लाखामंडल की ग्राम प्रधान सोनिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को बहुत ही सराहनीय पहल बताया और सरकार से आग्रह किया कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किये जाते रहने चाहिए। अटाल ग्राम सभा के प्रधान जगदीश कुमार ने बताया कि हमें क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम से अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में साथ ही ठोष अपशिष्ट प्रबंधन नीति पर बहुत सकारात्मक जानकारी प्राप्त हुई।