देहरादून।
फाइनेंस कम्पनी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आने पर दून के बसंत विहार थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है।
पीड़ित अनिल तिवारी ने कहा कि मेरी मां के मरने के बाद कम्पनी ने मेरा लोन पूरा होने पर मेरी मां को,मेरे द्वारा गिरवी सोना लौटाना दिखाकर हमारे साथ धोखाधड़ी की है।
फाइनेंस कंपनी मन्नापुरम के एमडी के खिलाफ देहरादून के वसंत विहार थाने में एक धमाकेदार मुकदमा दर्ज हुआ है। कंपनी के एमडी पर आरोप है कि उन्होंने देहरादून की पंडितवाड़ी निवासी एक वृद्धा का 2 किलो सोना हड़प लिया। इस मुकदमे की सबसे अहम बात यह है कि कंपनी की ओर से वृद्ध महिला का सोना वापसी करने की बात कही गई है लेकिन जो तिथि कंपनी की ओर से बताई जा रही है उससे 3 महीने पहले ही वृद्धा की मृत्यु हो चुकी है।
बसंत बिहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत पंडितवाड़ी निवासी अनिल तिवारी की ओर से मन्नापुरम फाइनेंस कंपनी के केरल निवासी एमडी सहित देहरादून में काम करने वाले कंपनी के कुछ अन्य लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक अनिल तिवारी का कहना है कि उनकी माता मुन्नी देवी ने वर्ष 2019 में मन्नापुरम कंपनी की अलग-अलग शाखाओं से लगभग 2 किलो सोना रखकर ऋण लिया था। इसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई और वर्ष 2019 अप्रैल माह में उनका देहांत हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में जब अनिल तिवारी ने कंपनी में उनकी माता की ओर से लिए गए ऋण की सारी अदायगी करने के बाद अपना सोना वापसी करने की मांग की तो उन्हें बताया गया कि जुलाई 2019 से सितंबर 2019 के मध्य उनका सोना वापस कर दिया गया है।
थाने को न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज करने की पैरवी अनिल तिवारी ने अधिवक्ता विभोर गोयल ने की।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार जबकि आश्चर्य की बात यह है कि अनिल तिवारी की माता का ध्यान दो अप्रैल 2019 में हो गया था तो उसके बाद कंपनी ने उनको सोना वापस कैसे किया। इस बारे में जब उन्होंने कंपनी से बात की तो वह बार-बार उन्हें टालमटोल करते रहे और अब जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
इस मामले में काफी प्रयास के बाद वसंत विहार थाने में अब मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मुकदमे में तत्कालीन शाखा निदेशक कुलविंदर सिंह और सहायक शाखा निदेशक निशा नेगी सहित कंपनी के कई लोगों को नामजद किया गया है।