धामी सरकार में कभी भी खुल सकता है दायित्व का पिटारा, कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल
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उत्तराखण्ड की धामी सरकार जल्द ही दायित्वों का बंटवारा कर सकती है।
कार्यकर्ताओं की उत्सुकता के कारण
प्रदेश सरकार जल्द ही दायित्वों की घोषणा कर सकती है। शासन ने सभी विभागों से उनके अधीन आयोगों, निगमों, बोर्डों, समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार, अन्य दायित्व व महानुभावों के खाली पदों के बारे में तीन दिन के भीतर ब्योरा तलब किया है।
मंत्रिपरिषद विभाग ने सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व प्रभारी सचिवों को इस संबंध में पत्र जारी किया है। पत्र में विभागों के अधीन दायित्वों पर सूचना एक प्रारूप पर मांगी गई है। इस प्रारूप में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार पद की वर्तमान स्थिति और खाली पदों की जानकारी देनी है। साथ ही यह बताना है कि कौन सा पद कब खाली होगा।
बता दें कि प्रदेश सरकार में अभी दायित्व नहीं बांटे जा सके हैं। हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट दायित्वों के संबंध में संगठन के स्तर पर चर्चा कर चुके हैं। पहलेपार्टी के स्तर पर सांगठनिक गठन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद अब कार्यकर्ताओं के अरमान सरकारी दायित्वों को लेकर मचल रहे हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को संगठन में जगह नहीं मिली है। इन्हें दायित्व दिए जाने की संभावनाएं हैं।
दायित्व दीपावली के आसपास बांटे जाने की तैयारी थी। उसके बाद नए साल में दायित्वों के बंटवारे के कयास लगे लेकिन जोशीमठ आपदा के चलते सरकार की प्राथमिकता बदल गई। सूत्रों के मुताबिक दायित्वों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी चर्चा हो चुकी है। पिछले दिनों भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के बैठक के दौरान प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के बीच भी इस संबंध में विस्तृत बातचीत हुई।
अब देखने वाली बात यह होगी कि बहुप्रतीक्षित दायित्व बंटवारे का पटाक्षेप कब होगा।दायित्व बंटवारे की खबर के चलते संभावित नेताओं ने दौड़धूप तेज कर दी है।