उत्तराखंड क्रान्ति दल की केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरन रावत कश्यप ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि नगर निगम देहरादून के कुछ पार्षदों द्वारा सफाई कर्मचारियों के वेतन में धांधली उजागर हुई है l जैसा कि विदित है बोर्ड भंग होने से पहले पार्षदों के पास ही स्वच्छता समितियां का अधिकार था , जिसके लिए पार्षदों ने अपने वार्ड में समिति के अध्यक्ष तथा कोषाध्यक्ष के खाते खुलवाए थे l जिसमें निगम की ओर से सफाई कर्मचारियों का वेतन स्थानांतरित किया जाता था l गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार समिति सफाई कर्मचारियों को मन मुताबिक (कम- ज्यादा) नगद वेतन दे रही थी l कहीं-कहीं तो पार्षदों द्वारा अपने रिश्तेदारों को ही सफाई कर्मचारी दिखाकर वेतन का भुगतान किया जा रहा था,और कहीं-कहीं तो बाहरी राज्यों तथा नेपाली मजदूरों को तक सफाई व्यवस्था में लगा दिया,जिस पर जिलाधिकारी देहरादून ने तुरंत कार्यवाही करते हुए रिकवरी के आदेश पारित किया l उत्तराखंड क्रांति दल का स्पष्ट मानना है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का शोषण करके धन की बंदर बांट में लिफ्त भ्रष्टाचारी पार्षदों को इस वर्ष निकाय चुनाव में प्रतिभाग करने पर भी रोक लगाई जानी चाहिए ताकि भविष्य में जनता के खून पसीने के धन की इस प्रकार से बंदरबाट करने वालों को सबक मिल सके।