उत्तराखंड क्रांति दल ने गत 20 वर्षों में राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा नये नये प्रयोग कर व पर्याप्त विधायक संख्या होने के बावजूद बार बार मुख्यमंत्री बदलने को राज्य की जनता के साथ भद्दा मजाक बताते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की पैरवी की।
दल के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने प्रदेश में मुख्यमंत्री को लगातार बदलने पर नाराजगी जताते हुए महामहिम राष्ट्रपति एवम महामहिम राज्यपाल महोदय को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए राज्य की जनता पर तीन अयोग्य मुख्यमंत्री थोपने का आरोप लगाया। उक्रांद केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने ईमेल के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहा कि
आपके समक्ष उत्तराखंड के मुख्य क्षेत्रीय दल के केंद्रीय महामंत्री की हैसियत से आपसे उत्तराखंड राज्य के वर्तमान हालतों पर गौर करते हुए राज्य की जनता के हित में निर्णय लेकर राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग करता हूँ। उन्होंने कहा कि महोदय राज्य की जनता ने भाजपा नामक दल को उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत देते हुए 70 में से 57 विधायक दिए। बदले में इस दल ने राज्य की जनता को तीन अयोग्य मुख्यमंत्री थोप दिये। दो मुख्य मंत्रियों ने राज्य की जनता को बेरोजगारी, भष्टाचारी,अव्यवस्थित सरकार और निराशा दी अब तीसरे मुख्यमंत्री के बनने से पहले ही विधायकों के दल बदल , मंत्रियों की दिल्ली दौङ से जनता त्रस्त आ गई है। केंद्रीय महामंत्री उनियाल ने कहा कि ऐसा लग रहा है, मानो जैसे प्रदेश में संविदा में मुख्यमंत्री रखे जा रहे हों और कपड़ों की तरह ही मुख्यमंत्रियों को बदला जा रहा है। इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल महामहिम राष्ट्रपति एवम महामहिम राज्यपाल महोदय से मांग करता है कि आप इसमें हस्तक्षेप कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर चुनाव का मार्ग प्रशस्त करें। उत्तराखंड की जनता आपकी हमेशा के लिए आभारी रहेगी।