सोशियल मिडिया पर उठने लगी है आवाज,उत्तराखण्ड में लागू हो भू कानून
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उत्तराखण्ड में भू कानून लागू करने हेतु लोग सोशियल मीडिया में तरह तरह के हैजटैक चला रहे हैं
उन्ही में से जागेश्वर के युवा सामाजिक कार्यकर्ता जीवन नैनवाल ने भी पोस्ट डाला है
जिसे पढ़कर आप भी कुछ सोचने को मजबूर हो सकते हैं।
नैनवाल द्वारा डाली गई
पोस्ट इस प्रकार है-
उत्तराखंड में जमीन बेचना जमीन खरीदने से ज्यादा आसान है,क्योंकि उत्तराखंड के अधिकतर गाँवों की जमीनें गोल खाते के अंतर्गत आती है,
गोल खाते का मतलब होता है कि हमारे पूर्वजों ने जिस भी जमीन का बंटवारा किया,वह सिर्फ हमारे और हमारे आस पास वाले गांव वालो के संज्ञान में है,लेकिन सरकारी दस्तावेजों में हम सिर्फ उस जमीन के हिस्सेदार हैं।उन दस्तावेजो में सिर्फ हिस्सेदारों का नाम चढ़ाया जाता हैं, ये नही लिखा जाता है कि हमारा कितना हिस्सा है और कहाँ पर है।
जब तक आप अमीन, पटवारी या संबंधित अधिकारियों के पास जा कर कानूनी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर नही कर लेते, तब तक आप उस जमीन के हिस्सेदार ही रहेंगें,मालिक नहीं।
गोल खाते की जमीन के कुछ हिस्सेदार मिलकर गुपचुप तरीके से उस जमीन को आपकी मर्जी के खिलाफ बेच भी सकते हैं, और कानूनी तरीके से आप उनके खिलाफ कोई ठोस कदम नही उठा सकते हैं।
पता करने पर ऐसे कई वाकये आपके आस पास ही मिल जाएंगे जहाँ कुछ लोगों ने मिलकर किसी दूसरे के हिस्से की जमीन भी बेच डाली, और इस पर कानूनन आप कोई कदम नही उठा सकते हैं।
कहा कि भू कानून बहुत जरूरी है, आने वाले समय में उत्तराखंड में भू माफियाओं का कब्जा हो गया तो आप अपनी ही जमीनों के किराएदार बन जायेंगे।