कांग्रेस पार्टी संकल्प लेती है कि मादक पदार्थों के सौदागरों को जड़ से उखाड़कर उन्हें ऐसा कड़ा दण्ड देंगे कि माफियाओं की रूह कांप जाए

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भाजपा राज में ड्रग माफियाओं के शिकंजे में पुण्य-पवित्र ‘‘धार्मिक धाम हरिद्वार’’-सुरजेवाला

देवभूमि उत्तराखंड की पुण्य पावन पवित्र नगरी हरिद्वार, जहां समुद्र मंथन से निकला अमृत छलका हो, जहां पापनाशिनी, मोक्षदायिनी माँ गंगा की अविरल धारा बहती हो, ऐसे धार्मिक धाम को भाजपाई सत्ता ने अवैध नशे, चरस, गांजा, स्मैक, हेरोईन जैसे अनेकों मादक पदार्थों की न सिर्फ गर्त में धकेला, बल्कि भाजपाई अधर्मी सत्ता की सरपरस्ती में ‘‘महाकुंभ’’ के दौरान कोरोना की विभीषिका में खुला भ्रष्टाचारी खेल खेला गया।
अवैध नशे के माफियाओं ने पवित्रधाम हरिद्वार की पीढ़ियों को बर्बाद करने का जो षडयंत्र किया है, कांग्रेस पार्टी संकल्प लेती है कि उसे जड़ से उखाड़ फेंकेगे और मादक पदार्थ के माफियाओं की रूह कांप जाए, ऐसा कड़ा दंड देंगे।
भाजपाई सत्ता की नाक के नीचे हरिद्वार में ड्रग तस्करों को बोलबाला!
o अक्टूबर, 2021 में एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पढ़कर मुझे गहरा आघात पहुंचा। इस समाचार पत्र में बताया गया था कि हरिद्वार जिला स्मैक का हब बनता जा रहा है। हरिद्वार में ‘‘गांजा और अवैध शराब’’ के साथ अब ‘‘स्मैक’’, हरिद्वार की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए इस्तेमाल हो रही है। बड़ी मात्रा में अब ‘‘गांजे’’ के साथ, ‘‘स्मैक’’ जैसे घातक कई प्रकार के ‘‘सिंथेटिक ड्रग्स’’ का अवैध कारोबार चौंकानेवाले स्तर तक पहुंच गया है।
o मादक पदार्थ की कारोबारी के इस धंधे में माफिया अब मासूम बच्चों और महिलाओं का भी इस्तेमाल करने लगे। इस खबर में बताया गया कि हाल ही में दो युवा ज्वालापुर पुलिस द्वारा 15 किलोग्राम गांजे के साथ पकड़े गए हैं। इसी प्रकार, कुछ आदमी और औरत शामपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास बड़ी मात्रा में स्मैक के साथ पकड़े गए।
o इसी प्रकार, सिडकुल पुलिस द्वारा बड़ी मात्रा में कुछ युवाओं से स्मैक पकड़ा गया। पथरी पुलिस द्वारा भी स्मैक के साथ व्यक्ति पकड़े गए। ‘‘हर की पौड़ी’’ पर भी संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए एक आदमी और औरत की तलाशी ली गई तो उनके पास बड़ी मात्रा में स्मैक बरामद हुआ। यह भी खुलासा हुआ कि अकेले साल, 2021में इस प्रकार के सैकड़ों प्रकरण हरिद्वार जिले के विभिन्न भागों में सामने आए। भाजपा सरकार और उसकी पुलिस इन ‘‘संगठित माफियाओं’’ को पकड़ने की बजाय छोटे-मोटे नशे के तस्करों को पकड़कर खाना-पूर्ति कर रही है।
o उत्तराखंड में भाजपाई सत्ता की नाक के नीचे ‘‘सत्ता के सफेदपोशों और खाकी’’ की सांठगांठ से अवैध नशों का एक अंतर्राज्यीय गिरोह काम कर रहा है।
o हाल ही में अप्रैल-जून 2021 में ऊधमसिंह नगर जिले में अवैध मादक पदार्थ के कई आरोपियों में दो पुलिसकर्मी भी थे, जिनके पास से 1940 किलोग्राम ‘‘नार्कोटिक्स’’, ‘‘ड्रग्स’’ पकड़ा गया और 6,000 किलो ‘‘गांजा’’ बरामद किया गया।





o नवंबर, 2021 में उत्तराखंड के कई जिलों, जैसे पौड़ी, ऋषिकेश, देहरादून, अल्मोड़ा, कोटद्वार, हरिद्वार में एक साथ बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया। इतना ही नहीं, यह जाल ‘‘अल्मोड़ा की जेल’’ तक फैला हुआ पाया गया, जिसमें मनीपाल सिंह और अंकित बिश्ट इस रैकेट को तथाकथित तौर से जेल से संचालित कर रहे थे।
o सितंबर, 2021 में भी उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर रुद्रपुर में ‘‘हेरोईन का रैकेट’’ पकड़ा गया।
o अप्रैल, 2021 में हरिद्वार में उत्तराखंड की एक फार्मेसी फैक्ट्री से 30,05,000 (30.5 लाख) “Opioid Pills”, 70,000 ‘‘कोडीन’’ से बने कफ सिरप और 15 किलो ‘‘एम्फेटामाईन’’ बरामद किए गए। साथ ही नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को यह भी ज्ञात हुआ कि ड्रग तस्करों द्वारा पोस्टल सर्विसेस के माध्यम से यह नशा यूनाईटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोप को भेजा जाता है। यह ‘‘अंतर्राष्ट्रीय रैकेट’’ विदेशों से अपने ऑर्डर मंगाने के लिए डार्कनेट का इस्तेमाल करता है। और यह साईकोट्रोपिक ड्रग हर्बल सप्लीमेंट पैकेजेस के नाम पर भेजे जाते हैं।
o दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी की विभीषिका में उत्तराखंड भाजपा सरकार की नाक के नीचे ‘‘नकली रेमडिज़िविर इंजेक्शन’’ बनाने का कारोबार धड़ल्ले से चलता रहा। अप्रैल माह में हजारों की संख्या में दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड के कोटद्वार में नकली रेमडिज़िविर इंजेक्शन बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, जो देश के अन्य राज्यों में 25,000 रु. तक की कीमत में बेचे जा रहे थे।



भाजपा नेता व पुत्र धकेल रहे हरिद्वार को अवैध शराब के आगोश में
o हरिद्वार में कनखल पुलिस द्वारा देशरक्षक तिराहे पर चेकिंग के दौरान 2 लग्ज़री कारों में से ‘‘भाजपा के मंडल संरक्षक का बेटा’’ विक्की सेठ अन्य कई आरोपियों के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसके पास कई अवैध शराब की पेटियां जब्त हुईं, जिनमें 192 बोतल अंग्रेजी शराब की और 144 बोतल ब्रांडेड बियर की थीं।
o 2019 में अवैध और जहरीली शराब से 78 लोग मौत के मुंह में चले गए, जिसमें हरिद्वार, सहारनपुर और खुशी नगर के लोग शामिल थे, जिसमें से 20 लोग अकेले हरिद्वार के थे, जिसमें उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने 17 प्रशासनिक और पुलिस के लोगों को सस्पेंड कर एक मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दिए।
o हरिद्वार शिवलोक कॉलोनी में अवैध शराब और नशे के माफियाओं ने पुलिसकर्मियों को बेरहमी से पीटा और सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल कर दिया गया।
o भारतीय जनता पार्टी के देहरादून मंडल का उपाध्यक्ष, अजय सोनकर हरिद्वार से अवैध शराब के कारोबार के संदर्भ में पकड़ा गया।
o हरिद्वार में भाजपा के कार्यकर्ता दिनेश कालरा और चार अन्य कनखल पुलिस द्वारा 24 शराब की पेटियों के साथ पकड़े गए।
पवित्र कुंभ के मेले में खुला भ्रष्टाचार – खेला श्रृद्धालुओं के जीवन से खेल!
उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने कुंभ मेले के दौरान 11 लैबोरेटरीज़ को कोविड़ के टेस्ट का ठेका दिया, ताकि लाखों श्रृद्धालुओं का आरटी-पीसीआर टेस्ट हो और कोरोना महामारी को फैलने से रोकें। मगर लाखों फर्जी टेस्ट केवल कागजों में हुए, पैसा डकार लिया गया और श्रृद्धालुओं व उनके परिवारों की जिंदगी को महामारी की आग में झोंक दिया।
खुलासा तब हुआ जब फरीदकोट, पंजाब के विपिन मित्तल को कुंभ मेले में आरटी-पीसीआर टेस्ट का मैसेज आया, जब कि वो कुंभ गए ही नहीं। विपिन मित्तल की शिकायत और आरटीआई के आधार पर ICMR ने जाँच के आदेश दिए। भाजपा की उत्तराखंड सरकार ने 11 कंपनियों में से केवल एक कंपनी, मैक्स कॉरपोरेट सर्विस कंपनी की जाँच कराई और एक लाख से अधिक टेस्ट फर्जी पाए। सैकड़ों लोगों के एक ही मोबाईल नंबर बताए गए।




इतना ही नहीं मैक्स कॉरपोरेट ने जीस नवाला कंपनी को काम आउटसोर्स किया था, उसने भी एक कंपनी डोल्फिला कंपनी को काम आउटसोर्स किया, जिसके बारे में खुलासा हुआ कि उसके पास तो आरटी-पीसीआर टेस्ट करने का लाइसेंस ही नहीं है। फर्जीवाड़े का एक उदाहरण ये भी है कि इस कंपनी ने हरिद्वार के नेपाली फार्म एरिया से 3,925 सैंपल इकट्ठा करना बताया, मगर पता लगा कि सबके नाम पर एक ही मोबाईल नंबर बताया गया है।





यह भी खुलासा हुआ कि मैक्स कॉर्पाेरेट सर्विस कंपनी को कोरोना जाँच का कॉन्ट्रैक्ट 12 मार्च, 2021 को दिया गया था। इस कंपनी ने भाजपा सरकार में बैठे लोगों से मिलीभगत कर ओवर राइटिंग से इस तिथि को 12 जनवरी 2021 कर लिया।
भाजपा सरकार ने बाकी दस कंपनियों की जाँच ही नहीं करवाई।
हज़ारों करोड़ की नकली दवाईयों का जानलेवा कारोबार भाजपा सरकार की नाक के नीचे पनप रहा!





कल ही ऊधमसिंह नगर में नकली दवाईयों की फैक्ट्री पकड़ी गई, जहां करोड़ों रु. की फर्जी दवाई बनाने का खुला खेल चल रहा था। इससे पहले रुद्रपुर में भी नकली एंटीबायोटिक्स व दूसरी दवाईयों के खुले खेल का खुलासा हुआ था। दिसंबर, 2018 में भी इसी प्रकार नकली दवाईयों के जाल का खुलासा हुआ। अप्रैल, 2021 में कोरोना काल में कोटद्वार में फर्जी रेमडिज़िविर इंजेक्शन बनाने का खुलासा हुआ व भारी मात्रा में फर्जी इंजेक्शन पकड़े गए। एक अनुमान के अनुसार, देश की 20 प्रतिशत नकली दवाईयां उत्तराखंड में धड़ल्ले से बनाई जा रही हैं।
साल 2018 से नकली दवाईयां बनाने और बेचने के इस जानलेवा धंधे का बार-बार खुलासा हुआ है, पर कार्रवाई कुछ नहीं। नकली दवाईयों से उत्तराखंड और देश के लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का यह धंधा भाजपा सरकार में खुलेआम फलफूल रहा है। साफ है कि भाजपा सरकार की सीधी मिलीभगत के बगैर यह संभव नहीं।
उत्तराखंड और धार्मिक धाम हरिद्वार को नशे और ड्रग्स माफिया से बचाईये, भाजपा को हराईये!




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