आप पार्टी को मिल रहे हैं झटके पे झटके,अब नैनीताल जिलाध्यक्ष संतोष कबड़वाल ने प्रभारी पर टिकट बेचने का आरोप लगाकर छोड़ी पार्टी
जहाँ एक ओर आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड में सरकार बनाने का दावा कर रही थी वहीं दूसरी ओर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कई नेता व प्रत्याशी लगाकर आम आदमी पार्टी से किनारा करते जा रहे हैं और आप को उत्तराखंड में बिना भूकंप के भी लगातार झटके में झटके मिल रहे हैं।
सवाल उठना लाजिमी है कि क्या आप इन झटकों से उबर भी पायेगी या फिर आया राम गया राम की तर्ज पर अपना बोरा बिस्तरा समेटकर चल देगी।
आम आदमी पार्टी ने कुछ दिन पहले अपनी प्रत्याशियों की सूची जारी की थी जिससे आप नेताओं में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है जिसका परिणाम आये दिन पार्टी से बड़े बड़े पदाधिकारी स्तिफा दे रहे हैं। आज नैनीताल जिला अध्यक्ष संतोष कबड़वाल ने भी अपनी प्राथमिक सदस्यता व पद से स्तिफ़ा दे दिया है। कोरोना महामारी हो या सिडकुल युवाओँ के शोषण के विरोध कोई मुद्दे सहित कई अन्य जनमुद्दों में संतोष काफी सुर्खियों में आये थे
संतोष कबड़वाल के स्तिफ़ा देने से आम आदमी पार्टी को नैनीताल जिले से बहुत बड़ा झटका लगा है।संतोष ने अपने फेसबुक
पोस्ट के अनुसार प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया पर बड़ा आरोप लगाया है, उनके द्वारा फेसबुक में डाला गया पोस्ट इस प्रकार है कि मैं संतोष कबड़वाल जिला अध्यक्ष आम आदमी पार्टी नैनीताल अपने पद एवम् पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
यहां यह भी स्पष्ट करना चाहता हूं कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया के द्वारा लगभग प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों को टिकट बेचे गए हैं।
मैं आम आदमी पार्टी को अन्य राजनीतिक दलों से बेहतर समझकर दल का सदस्य और पदाधिकारी बना था..लेकिन दिनेश मोहनिया के नेतृत्व में दिल्ली, मेरठ, हरियाणा और बिहार आदि से उत्तराखंड आई टीम के इरादे हमारी आध्यात्मिक देवभूमि की संस्कृति से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और साथ ही साथ उत्तराखंड के भविष्य के लिए यह बेहद घातक और भयावह भी है।
यहां यह भी स्पष्ट करना चाहता हूं कि इन लोगों की नजर उत्तराखंड के प्राकृतिक संसाधनों पर भी है प्रदेश के बाहरी इलाकों से आए इनके गिरोह के सदस्यों में से कोई यहां खनन के पट्टे कराना चाहता है तो कोई पहाड़ में जमीन खरीदकर कॉटेज बनाकर बाहरी लोगों को बेचने के सपने देख रहा हैं।
दिनेश मोहनिया और उसकी टीम यहां चुनाव को गंभीरता से ना लेकर सिर्फ टिकट बेचने और धन वसूली के कार्य में लगी है।
दिनेश मोहनिया और उसकी टीम के उत्तराखंड की धरती पर पांव जमाने में अनजाने में मेरे द्वारा भी मदद की गई है इस पाप के लिए मैं स्वयं को भी जिम्मेदार मानते हुए प्रदेश की जनता से अनजाने मे की गई अपनी गलती के लिए भी क्षमा याचना करता हूं।
प्रदेश की देवतुल्य जनता से अपील करता हूं कि जो गलती मेरे जैसे कई कार्यकर्ता कर चुके हैं कृपया आप उसे ना दोहराएं, आम आदमी पार्टी को दिया गया एक एक वोट इस प्रदेश की अस्मिता और स्वाभिमान के लिए बहुत बड़ा खतरा होगा।
इस सच्चाई को जानते हुए भी मैं अपने पद में बना रहूं ये मेरी अंतरात्मा को स्वीकार्य नहीं है अतः मैं अपने पद एवम् आम आदमी पार्टी के नाम से चल रहे इस गिरोह की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।